शायद आपने भी अपना blog या business website को शुरू किया हो और उस में किसी special topic पर content लिख कर finally उसे Google के database में index करा दिया हो।

असली परेशानी तब खड़ी हो जाती है जब आप देखते हो कि आपका web page top 20 या 30 results में आने के बाद या तो वो रोज़ कभी top 50 में चला जाता है या कभी top 100 में भी दिखाई नहीं देता।

यानी आपका result Google SERP पर एक जगह नहीं टिक रहा तो इसे ही ranking fluctuations या SERP dance कहते है।

  • ऐसा क्यों होता है?
  • किनके साथ होता है?
  • आपको इसके लिए क्या करना चाहिए?

आपको इस blog में इन सभी सवालों के जवाब मिलेंगे।

Ranking Fluctuation क्यों होती है?

जब हम कोई नया content piece बनाते है जैसे कोई article या video तो वो एक ranking model से गुजरता है जिसमे algorithms उसकी testing करते है।

इन ranking models में Google ये check करता है कि आपका content किस बारे में है, किस तरह के लोगों के लिए ठीक है और किस तरह के लोगों के लिए ठीक नहीं है।

साथ ही algorithms ये भी देखते है कि आपका content piece आपके competitors के मुक़ाबले में कितना अच्छा है।

इस पूरे process में काफी time लग जाता है जिसके चलते कभी कभी machine आपके content piece के लिए सही जगह ढूंढने में कुछ calculation और computation करती है।

इस computation के दौरान नए content pieces की ranking बहुत जल्दी ऊपर और नीचे होती है जिसे ranking fluctuation कहते है।

कौनसे Articles या Videos की Ranking Fluctuate होती है?

अगर आप एक नए blogger या video creator है तो ज़रूर आपके साथ ये होता होगा यानी कभी आपका article या video top 10 में दिखाई देता होगा और अगले ही दिन top 100 में भी दिखाई नहीं देता होगा।

ये सबसे ज़्यादा तब होता है जब मान लीजिये आपने किसी topic पर कोई blog लिखा और index होने के बाद वो 20th या 30th number पर दिख रहा है तो ऐसे में ranking fluctuation ज़्यादा होगी।

जो blog index होने के बाद पहली बार में किसी keyword पर जितना ऊपर दिखाई देगा उसकी ranking fluctuation उतनी कम होने के chances होते है।

वहीं अगर index होने के बाद कोई blog किसी keyword पर काफी नीचे number पर दिखाई दे रहा है तो उसकी ranking fluctuate भी ज़्यादा होगी और काफी ज़्यादा gap से होगी।

यानी अगर आपका blog index होने के बाद top 10 में दिखाई देता है तो वो fluctuate भी दूसरे या तीसरे page तक ही करेगा।

पर अगर कोई blog index होने के बाद 20th या 30th number पर दिखाई दे रहा है तो ऐसे में उसकी fluctuation भी 10th page या उससे ज़्यादा तक हो सकती है।

नए bloggers या video creators के साथ ऐसा इसलिए होता है क्योंकि Google या Youtube की नज़र में आपकी website या channel की authority नहीं बनी होती और authority बनने में time लगता है।

Ranking कब तक Stable होगी?

अगर आपका blog, website या channel नया है तो आपकी ranking fluctuate होना लाज़मी सी बात है क्योंकि bots की नज़र में आप authentic नहीं बने हो।

इसलिए authority बनाने के लिए आपको कम से कम एक से डेढ़ साल तक लगातार quality content pieces डालने पड़ते है जिससे आप Google या Youtube की नज़र में एक trustworthy online asset बना पाते हो।

साथ ही कभी भी ranking के भरोसे अपनी website की growth judge मत कीजिये बल्कि organic traffic के ज़रिए अपनी growth को consider करिए।

सबसे बड़ी ग़लती हम तब करते है जब हम रोज़ाना ranking check करते है और उस time Google computation कर रहा होता है जिससे आपकी ranking बहुत ज़्यादा fluctuate कर रही होती है।

इसलिए रोज़ाना की जगह हर महीने अपनी rankings check करना बेहतर विकल्प रहता है।

निष्कर्ष

Ranking fluctuation कोई बुरी चीज़ नहीं है और ऐसा नहीं कि सिर्फ आपके साथ ही होगी बल्कि ये हर website owner के साथ होती है जो अपनी नई website शुरू करता है।

अगर आप लगातार एक या डेढ़ साल तक content pieces डालते रहते है तो fluctuation खत्म होने लगती है।

ज़्यादातर cases में ये fluctuation 6 से 8 महीने में ख़त्म हो जाती है।

0
Would love your thoughts, please comment.x
()
x