शायद आपने भी blogging के बारे में सुना ही होगा और ये भी सुना होगा कि blogging से पैसा कमाया जा सकता है।

एक blog शुरू करना आसान है पर एक ऐसा blog शुरू करना जो सच में कामयाब हो और हज़ारों या लाखों लोग उसे आकर पढ़ें ये एक बेहद मुश्किल काम है।

अगर आपके blog पर हज़ारों या लाखों लोग नहीं आते तो हो सकता है आपके सपने सिर्फ सपने ही रह जाए और आप blogging बीच में ही छोड़ दें।

इसलिए आज हम देखेंगे कि एक नया blogger जिसे blogging की knowledge बिलकुल नहीं है तो वो बिना ग़लती किये एक blog कैसे शुरू कर सकता है।

तो चलिए देखते है कि आखिर blog है क्या और कौनसी themes, plugins, platforms और hosting plan आपके लिए best रहेगी अपना blog शुरू करने के लिए। 

Blog क्या है? 

Blog शब्द “weblog” से बना है।

दूसरी websites की तरह blog भी एक website ही होती है जिसमे किसी topic के बारे में information दी जाती है।

एक blog के ज़रिए एक writer या writers का एक group किसी topic पर अपने विचारों और ज्ञान को साझा करते है ताकि दूसरी दुनिया भी उसे जान पाए।

एक blog हमेशा reverse chronological order में content दिखाता है यानी जो नया post होता है उसे पहले दिखाता और पुराने posts को बाद में।

Blog के क्या फायदे है? 

एक blog आपकी ज़िंदगी बदल सकता है क्योंकि इसके बहुत से फायदे है और उन में कुछ नीचे दिए गए है

1. अपनी knowledge से दुसरो की ज़िन्दगी बदल सकते हो।

एक blog के ज़रिए आप बहुत लोगो की मुश्किलों का जवाब दे सकते हो और उनकी ज़िंदगी बदल सकते हो।

ऐसा करने पर लोग आपसे जुड़ने लगते है।

अपनी knowledge आप free में भी दे सकते है या अपना content आप paid version में भी बेच सकते हो।

2. आपकी writing skills बेहतर होती है

जैसे जैसे आप articles लिखते हो आपके लिखने में सुधार आता जाता है।

लोगो के response से भी आप समझ पाते हो कि आपकी कौनसी बात को लोग किस तरह समझ रहे है और किस तरह के articles rank होकर आपको ज़्यादा traffic दे रहे है।

इस तरह आपकी लिखाई में सुधार आता जाता है।

3. आपका portfolio बनता है

Blogging करने से आप लोगो की मदद करने के साथ साथ अपना एक portfolio बना लेते हो जो आपको future में कई तरह से मदद करता है।

चाहे आप अपने clients बनाओ या लोगो को consult करो आपको अच्छा पैसा कमाने के लिए उन्हें एक proof  दिखाना पड़ता है और वो proof आपका portoflio ही होता है।

4. आप पैसा कमा सकते हो

एक blog से आप कई तरीके से पैसा कमा सकते हो चाहे वो Google AdSense से कमाने की बात हो sponsorship से कमाने की बात हो या affiliate marketing से।

इसके साथ साथ आप खुद के products या services बेचकर भी अपने blog से पैसा कमा सकते हो।

जैसे जैसे आपके blog पर traffic बढ़ता है वैसे वैसे आपके पैसा कमाने के रास्ते भी खुलने लगते है।

5. आपको नाम मिलता है

आपने कुछ bloggers के blog में उनका author bio तो देखा ही होगा वो एक तरह से blogger खुद को आपसे रूबरू करवाते है।

इससे आप blogger को पहचानने लगते हो और उसे नाम मिलने लगता है। 

author's bio example

Blog के लिए SEO आना क्यों ज़रूरी है? 

एक blog website बनाना मुश्किल नहीं है पर मुश्किल है उस पर traffic लाना यानी असली users लाना जो आपका लिखा हुआ blog पढ़ें भी।

एक blog पर high-quality traffic लाने के ज़्यादातर तरीके paid है जैसे की social media marketing, PPC ads, influencer marketing वगैरह।

पर एक और तरीका भी है जिससे आप free में अपने blog पर traffic ला सकते है और उस तरीके को SEO यानी search engine optimization कहते है।

अगर आप SEO के बारे में नहीं जानते तो आप जाकर मेरा article पढ़ सकते है जिसमे मैंने बताया है कि आखिर SEO क्या है?

Blog चलाने के लिए SEO आना ज़रूरी है क्योंकि एक तो आप लम्बे समय तक free में अपने blog पर traffic ला सकते है दूसरा ये traffic बिलकुल targeted और high-quality होता है।

अपना एक Blog कैसे शुरू करें? 

अगर आप एक दम नए है और blogging के बारे में कुछ नहीं जानते तो शुरुवात में आपके लिए सब कुछ सीखना थोड़ा मुश्किल होगा पर time के साथ साथ आप बेहतर होते चले जाओगे।

एक blog शुरू करने के लिए आपको क्या क्या चाहिए और वो आपको किस website से मिल सकता है इन सबकी details आपके लिए मैंने नीचे एक sequence में लिखी है।

1. Blog Niche

एक Blog शुरू करने से पहले सबसे ज़रूरी काम होता है उसका niche select करना यानी एक ऐसा topic ढूंढना जिसपर आप लगातार लिख सको।

अब हर niche के फायदे और नुक्सान दोनों होते है पर इसका मतलब ये नहीं होता की दूसरी niche आपसे बेहतर है।

हर niche में पैसा कमाने का तरीका भी अलग हो सकता है इसलिए अपनी niche को समझना बहुत ज़रूरी होता है।

Example के लिए हम 2 niches का comparison करते है जिसमे एक comedy और दूसरा digital marketing को लेते है और दोनों के फायदे नुक्सान देखते है।

सबसे पहले बात करते है comedy niche के फायदे और नुक्सान की।

  • Comedy topic पर आपको जल्दी attention मिलती है
  • Comedy पसंद करने वाली audience बहुत बड़ी है तो traffic भी ज़्यादा और आसानी से मिलता है।
  • Comedy niche high-paying niche नहीं है यानी इसका RPM normal रहता है।
  • इसकी targeted audience कम educated हो सकती है।

अब बात करते है digital marketing niche की। 

  • इस topic पर आपको जल्दी attention नहीं मिलती।
  • इसकी audience बहुत कम है।
  • ये एक high-paying niche है जिसका RPM बहुत ज़्यादा रहता है।
  • इसकी ज़्यादातर audience educated होती है।

तो इस तरह आप देख सकते है कि दोनों niches के अपने ही फायदे और नुक्सान है पर दोनों में अच्छा पैसा कमाया जा सकता है।

इसलिए उसी niche पर content बनाइये जिसमे आप quality और consistency दोनों maintain रख पाए।

2. Blog Platform

एक blog शुरू करने के लिए दूसरा सबसे बड़ा सवाल होता है कि आपको अपना blog किस platform पर बनाना चाहिए?

अगर आप मुझसे पूछेंगे तो मैं आपको blogspot कभी भी reccommend नहीं करुंगा क्योंकि इसमें boundation होती है और आप अपने content properly manage नहीं कर पाते।

इसलिए किसी CMS platform जैसा कि WordPress पर जाना एक बेहतर option है क्योंकि यहाँ आप अपने users को बेहतर user experience दे सकते हो।

अगर आप एक नए blogger हो तो आपको WordPress से शुरुवात करनी चाहिए क्योंकि इसपर SEO करना भी आसान है और आपको इससे related problems के solutions भी online जल्दी मिल जायेंगे।

3. Domain

अपने blog की niche और उसके लिए platform select करने का बाद बारी आती है नाम सोचने की जिससे आपका blog जाना जाएगा और उसे domain name कहते है।

Domain name आप कोई भी ले सकते है पर psychologically आपको कुछ बातें ध्यान में रखनी चाहिए जिससे आपकी website की word of mouth marketing भी अच्छे से होने लगती है।

  • अपना domain name छोटा रखें।
  • अपना domain name ऐसा रखें जिसे याद रखना आसान हो।
  • हमेशा (.com) domain खरीदे क्योंकि इसे याद रखना लोगों के लिए आसान रहता है।
  • Domain का नाम ऐसा ज़रूर रखें जो आपके topic से related हो ताकि लोग उसे relate करके जल्दी याद कर पायें।

ये सब चीज़ समझने के बाद बारी आती है कि आपका domain खरीदे कहाँ से और उसके लिए आप नीचे दी गयी किसी भी website से अपना domain ख़रीद सकते है।

4. Hosting

ऊपर के steps complete करने के बाद बात आती है अपने blog के लिए hosting लेने की जिसपर आपकी website की files, images, data host होगा यानी जहाँ से आपके users request करके आपका content देख पाएंगे।

एक नए blogger के लिए hosting service provider select करना बहुत मुश्किल होता है क्योंकि उसे नहीं पता की कौनसी hosting अच्छी है और किससे आपकी ranking पर असर पड़ सकता है।

एक blogger और SEO expert के तौर पर मैं आपको cloud hosting ही suggest करुंगा जिससे आपके users बिना slow speed के अच्छे से आपका content access कर पाएंगे।

अगर आप अब भी confused है तो आप नीचे दी गयी किसी भी hosting service provider से जाकर cloud hosting का plan ले सकते है।

ध्यान रखियेगा कि आप सिर्फ “cloud hosting” के plans में जाकर अपने budget के हिसाब से कोई भी cloud hosting खरीद सकते है जिससे आपको आगे जाकर ranking में issue नहीं होगा।

5. Theme 

30% काम होने के बाद बारी आती है अपने blog के लिए theme choose करने की जो आपके content की look and feel बिलकुल enhance कर देती है।

इसके लिए आपको wordpress पर बहुत सारी free themes मिल जाएँगी पर मैं आपको suggest करुंगा कि आप paid theme खरीदिये क्योंकि free theme से आपकी site की speed slow हो सकती है साथ ही हो सकता है वो SEO-friendly भी ना हो।

अब अगर आपको नहीं पता कि आपको अपने blog के लिए कौनसी theme लेनी चाहिए तो मैने पहले ही 3 सबसे best themes की list नीचे दे दी है:

6. Designing

अपने blog के लिए theme लेने के बाद आप उसकी basic editing करते हो जिसका tutorial आप theme के हिसाब से youtube पर search करके देख सकते हो।

पर theme लेने के बाद आपको लग सकता है कि आप जिस तरह के landing pages या custom designed pages बनाना चाहते हो (जैसा बड़ी बड़ी companies की site में होते है) तो वो theme में available ही नहीं है।

तो मैं आपको बताना चाहूँगा कि उसके लिए आपको wordpress में page builder plugin लेने पड़ते है जिससे आप मन चाहे design वाले pages और posts बना सकते हो।

वैसे तो आप बिना page builder के भी simple website पर लोगों को अच्छा content देकर रोक सकते हो और blog को monetise कर सकते हो पर फिर भी अगर आपको custom designed landing pages चाहिए तो आप नीचे दिए गए 2 page builder plugins का इस्तेमाल कर सकते हो:

7. SEO learning

अपने blog की designing करने के बाद बारी आती है content लिखने की जिसके लिए आपको करनी पड़ती है keyword research और साथ ही लिखे हुए articles का on-page seo और technical SEO करने की।

चाहे आप जितने भी अच्छे articles लिखते हो पर अगर आपने अपने articles और पूरी blog website को SEO-friendly नहीं बनाया तो हो सकता है आपके articles Google पर rank ना करें और आपको organic traffic ना मिल पाए।

पर एक नए blogger के तौर पर शायद आपको नहीं पता होगा कि on-page seo क्या है , off-page seo क्या है और technical seo क्या है?

SEO सीखने के लिए आप reliable websites से जाकर articles पढ़ सकते है और उन्हें apply कर सकते है ताकि आपको best results मिल जाएं।

अगर आपको नहीं पता कि कौनसी websites SEO सीखने के लिए best है तो मैने आपके लिए कुछ best sources के लिंक दिए है:

इन सभी sources से आप basic SEO के साथ advanced SEO भी सीखते जाएंगे।

8. Keyword research

आपकी पहली blog post लिखनी शुरू करने से पहले SEO का first step होता है topic research करना ताकि जिस topic की आप keyword research करो तो उसमे competition low मिले और search volume high मिले।

अगर आपको अपनी blog post का topic ढ़ूँढ़ने में मुश्किल हो रही है तो आप नीचे दी गयी video देख सकते हो जिसमे topic ढ़ूँढ़ने के 3 तरीके बताए गए है।

तो blog post का topic मिलने के बाद बारी आती है keyword research करने की और एक नए blogger के तौर पर keyword research करना सीखने के लिए आप नीचे दी गयी video देख सकते है।

इससे आप बिना किसी paid tool के सिर्फ Google की मदद से अपने blog post के लिए best keywords ढूंढ सकते है।

9. Plugins

अगर आप एक professional website developer नहीं है तब भी आप अपने wordpress blog में सिर्फ plugins install करके अपनी website को improve कर सकते है। 

अब बारी आती है कुछ plugins की जो आपके WordPress blog की look, visibility और security को improve करते है ताकि आपका blog आपके users को best experience दे सके और search engines में better perform कर सके।

आपके WordPress blog के लिए मैने कुछ basic functionality वाले plugins की एक list बनाई है जो हैं:

इन में से हर plugin की अपनी functionality है जैसे Yoast SEO आपको आपके हर blog post का on-page SEO करने में मदद करेगा। 

Schema Rich Snippet आपको आपकी हर blog post के लिए rich snippets बनाने के लिए मदद करेगा।

Wordfence आपके blog को secure रखेगा।

Ninja Forms से आप अपने blog में contact us जैसा form लगा सकते है।.

UpdraftPlus से आप अपने blog का backup लेकर रख सकते है।

Wp Super Cache से आपकी blog website पर आने वाले returning users के लिए blog की loading की speed improve हो जाएगी।

10. Write

एक writer के तौर पर आपके लिए blog लिखना कोई बड़ी बात नहीं है पर जब आप एक SEO-friendly blog post लिखते है तो आपको कुछ चीज़ों का ख्याल रखना पड़ता है।

वरना हो सकता है आपकी post को Google और आपके users अच्छे से समझ ना पाएँ और dwell time, session duration जैसे metrics खराब होने से आपकी ranking खराब हो जाए।

तो कुछ ज़रूरी चीज़ें जो आपको ध्यान में रखनी चाहिए वो ये हैं:

Readability

Quality content लिखना ज़रूरी है पर उतना ही ज़रूरी है उसकी readability को अच्छा रखना।

आपका content जितना भी अच्छा हो अगर उसे पढ़ने में आपके users को परेशानी हो रही है यानी उसकी readability अच्छी नहीं है तो हो सकता है लोग आपकी site पर ज़्यादा देर तक ना रुके।

Blog की readability अच्छी रखने के लिए आप हमेशा 2 या 3 lines के बाद space दे जैसा कि आपको मेरे इस blog में देख कर समझ आ गया होगा कि मैं हर 2 lines बाद space देता हूँ।

Keyword Stuffing

अपने blog में keywords डालना ज़रूरी है पर कुछ लोग ranking के चक्कर में एक keyword को इतनी बार इस्तेमाल करने की कोशिश करते है कि वो keyword stuffing बन जाती है जिसे blackhat technique कहते है।

इसलिए अपने blog में keywords को natural tone में लिखें ताकि कहीं भी Google को ऐसा ना लगे कि आप unnatural तरीके से लिख कर बस search engines में rank होना चाहते है बिना users को real value provide किये।

Media

कभी कभी हम जो लिखते है हमारे users को समझ नहीं आता या वो बहुत boring लगने लगता है ऐसे में हमारे users हमारी website को छोड़ कर जा सकते है।

इसलिए अपने text-based content को और बेहतर बनाने के लिए उसमे media add करना ज़रूरी हो जाता है जैसे कि Images, Infographics, Podcasts, Videos, आदि।

इससे लोग हमारे content के context को अच्छे से समझ पाते है और ज़्यादा देर हमारी website पर रहते है।

Internal Linking

कुछ topics आपस में related होते है पर उन्हें एक ही page पर cover नहीं किया जा सकता तो हम दोनों topics के लिए 2 dedicated pages पर content लिखते है और उन्हें आपस में internal link कर देते है।

यानी अपनी ही website में किन्ही 2 related topics के pages को आपस में link करने को internal linking कहते है इससे आपके pages का context Google अच्छे से समझ पाता है।

साथ ही आपके users, related information पाने के लिए आपका दूसरा blog पढ़ सकते है जिससे user को भी आसानी हो जाती है और आपका भी फायदा हो जाता है।

External Linking

कुछ topics ऐसे होते है जिसपर पहले से ही किसी ने बहुत अच्छा content लिख दिया हो और ऐसे में उसे दोबारा घुमाकर लिखने का कोई फायदा नहीं होता अगर आप उससे बेहतर नहीं जानते तो।

इसलिए अपनी audience को best content दिखाने के लिए आप दूसरी websites के pages जिनका content reliable और best हो उन्हें link कर सकते हो जिसे external linking कहते है।

इससे Google को signal मिलता है कि आप अपने users को best content देना चाहते हो इसलिए आप best sources को link कर रहे हो ऐसे में Google आपको जल्दी rank कर सकता है। 

और ज़्यादा तरीके जानने के लिए video देखें! 

11. Consistency

सिर्फ एक या दो articles लिख लेने से आपकी website की authority नहीं बनती, आपको काफी articles लिखने पड़ते है खासकर अगर आपको organic traffic Google से चाहिए तो।

अगर आप अच्छे quality के 100 articles लिखें जिनकी word limit कम से कम 1000 हो तो आपको organic traffic आना शुरू हो जायेगा।

जैसे जैसे आप ज़्यादा quality और quantity बढ़ाते रहेंगे आपका traffic भी बढ़ता जायेगा यानी आपको consistency रखनी ही पड़ेगी। 

12. Promote

आप जिस भी topic पर articles लिखते है वैसी audience को ढूंढिए चाहे वो offline मिले या online और उन्हें जाकर बताइये कि आपने किन topic पर articles लिखे है और उन्हें उसे पढ़ने के लिए link भेजिए। 

अपने content को चाहे social media पर promote कीजिये या email marketing का सहारा लीजिये या फिर word of marketing का, आखिर में आपको असली लोगों तक पहुँचना है जो आपके content में interested है। 

घबराईये मत अगर ऐसा करने पर आपकी website का bounce rate बढ़ता है तो उससे आपकी website की ranking पर कोई असर नहीं पड़ेगा।  

क्योंकि bounce rate सिर्फ user experience measure करने के लिए एक metric है पर इससे Google आपकी ranking down बिलकुल नहीं करता। 

13. Don’t Buy Backlinks

Blog शुरू करने के बाद कुछ articles लिखने के बाद हर एक blogger backlinks बनाने के बारे में सोचता है।

अगर आप एक low competitive niche पर blogging कर रहे है तो यकीन मानिये आपको backlinks की ज़रूरत नहीं पड़ेगी और उसके बिना ही आपके articles rank होने लगेंगे।

पर हाँ अगर आप एक high competitive niche पर blogging कर रहे है तो आपको backlinks की सख्त ज़रूरत पड़ेगी। 

14. Don’t Run For AdSense

एक ग़लती जो हर blogger अपना पहला blog शुरू करने पर ज़रूर करता है वो है Google AdSense के पीछे भागना। 

अगर आपके blog पर monthly organic traffic 3k से 5k नहीं है तो उस पर AdSense approve करवाने का फायदा नहीं है बल्कि नुक्सान है।

क्योंकि AdSense approve कराना मुश्किल नहीं है पर मुश्किल है AdSense की ads पर clicks लेना वो भी आपके real users से और ये तभी हो सकता है जब आपके blog पर audience आ रही हो।

नहीं तो पहला नुक्सान होता है कि कम audience की वजह से आपकी कुछ earning नहीं होती जिससे आप demotivate होने लगते है। 

दूसरा, कम users होने की वजह से invalid click activity की वजह से रोज़ हज़ारों AdSense disable होते है और उसके बाद bloggers demotivate होकर अपना blog बंद कर देते है।

इसलिए AdSense के बारे में तब तक ना सोचें जब तक आपके blog पर अच्छा traffic ना आने लगे।

Conclusion 

एक successful blog शुरू करने के लिए आपको काफी knowledge होनी चाहिए और basic से लेकर advance तक हर एक चीज़ आपको इस blog में मिलेगी।

लगातार मेहनत और सही investment से आप आज भी एक अच्छा blog शुरू कर सकते है।

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